प्रयागराज में बोर्ड परीक्षा सकुशल संपन्न होने पर जिला विद्यालय निरीक्षक पी०एन० सिंह ने दी बधाई
बोर्ड परीक्षा समाप्त,केंद्र के बाहर परीक्षार्थियों ने एक दूसरे को जमकर लगाया रंग और गुलाल

प्रयागराज गौरव।माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित बोर्ड परीक्षाएं शनिवार को समाप्त हो गई।परीक्षा समाप्त होने के बाद परीक्षार्थियों के चेहरे का तनाव समाप्त हुआ तो अब परिणाम का इंतजार करने में जुट गए हैं।पेपर समाप्त होने पर परीक्षा केंद्र से बाहर निकल कर छात्र छात्राओं ने अगली कक्षाओं में प्रवेश को लेकर उत्साहित दिखे।
क्षेत्र के अन्तर्गत आठ केंद्रों पर 22 फरवरी से परीक्षाएं शुरू हुई थी।शनिवार की प्रथम पाली में हाईस्कूल की उर्दू,पंजाबी,बंग्ला वही दूसरी पाली में इंटरमीडिएट की संस्कृत,आपदा प्रबंधन,सोलर सिस्टम रिपेयर आदि परीक्षाएं आयोजित हुई।परीक्षा केंद्र से निकलने के बाद परीक्षार्थियों के चेहरे से परीक्षा का तनाव समाप्त हुआ तो जगह जगह केंद्रों के बाहर निकलने पर छात्र छात्राओं ने जमकर होली मनाई।
बोर्ड परीक्षा में गठित सचल दल,कंट्रोल रूम,स्टेटिक मजिस्ट्रेट,वाह्य केन्द्रव्यवस्थापक व केंद्र व्यवस्थापक पूरी परीक्षा के दौरान परीक्षा की शुचिता प्रभावित होने को लेकर सजग रहे।बोर्ड द्वारा बनाए गए कमांड कंट्रोल रूम में कई तरह की शिकायते फर्जी नंबरों से दर्ज कराई गई,लेकिन केंद्रों पर औचक निरीक्षण के दौरान सभी शिकायतें फर्जी पाई गई।कुछ केंद्रों में परीक्षार्थियों ने कापियों में नोट नत्थी कर परीक्षक से अधिक अंक देकर पास करने की गुहार लगाने के साथ जुगत करने में कोई कोशिश नहीं छोड़ी है।परीक्षा समाप्त होने के बाद माध्यमिक शिक्षा विभाग ने राहत की सांस ली।
यूपी बोर्ड ने परीक्षा के साथ ही उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन की तैयारी भी शुरू कर दी है।पिछले हफ्ते ही बोर्ड द्वारा जिलेवार मूल्यांकन केंद्रों का निर्धारण कर दिया गया था।16 मार्च से 31 मार्च तक प्रयागराज जिले के दर्जनों मूल्यांकन केंद्रों पर एक लाख से अधिक छात्र छात्राओं की कॉपियों का मूल्यांकन होगा।
यूपी बोर्ड परीक्षा की परीक्षाएं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई हैं।परीक्षाओं को नकल विहीन कराया गया है।
प्रदेशभर में कुल 8273 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।दसवीं में 29 लाख 47 हजार 311 परिक्षार्थी पंजीकृत थे।इसमें 1 लाख 84 हजार 986 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी. वहीं,12वीं में 25 लाख 77 हजार 997 परीक्षार्थी पंजीकृत थे. इसमें 1 लाख 39 हजार 22 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।प्रदेश में कुल 37 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए।56 लोगों के खिलाफ एफआईआर हुई कराई गई।
2020 से पेपर की रांग ओपनिंग नहीं हुई है
16 मार्च से 31 मार्च के बीच यूपी बोर्ड की कॉपियों का मूल्यांकन भी किया जाएगा।हाई स्कूल और इंटर को मिलाकर कुल 55 लाख 25 लाख 308 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। हाईस्कूल के पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या कुल 29 लाख 99 हजार 507 थी। इंटरमीडिएट में 25 लाख 25 हजार 801 परीक्षार्थी पंजीकृत थे।यूपी बोर्ड के सचिव दिब्य कांत शुक्ल ने बताया कि शनिवार को इंटरमीडिएट और हाईस्कूल की वार्षिक परीक्षा का अंतिम दिन था,उन्होंने बताया कि 16 मार्च से 31 मार्च के बीच कॉपियों का मूल्यांकन का काम शुरू किया जा सकता है।पेपर लीक और नकल को रोकने के लिए बोर्ड नए कदम उठाए थे।इंटर और हाई स्कूल की परीक्षा के लिए प्रदेश भर में 8265 केंद्र बनाए गए थे।
जिला विद्यालय निरीक्षक प्रयागराज पी०एन० सिंह ने शांतिपूर्ण और नकलविहीन परीक्षा के लिए शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की सराहना की।