गणेश पुराण कथा श्रवण से आध्यात्मिक उन्नति और मोक्ष की प्राप्ति : भट्ट प्रभाकराचार्य
सात दिवसीय गणेश पुराण कथा का हुआ समापन
प्रयागराज। करछना क्षेत्र के भरहा गांव में सात दिवसीय गणेश पुराण कथा महोत्सव का मंगलवार को विधिवत समापन हुआ। अंतिम दिवस पर गणपति बप्पा मोरया के जयकारों और महिलाओं के भक्ति गीतों से पूरा पांडाल भक्तिरस से सराबोर हो उठा।
व्यासपीठ पर विराजमान प्रसिद्ध कथावाचक पंडित भट्ट प्रभाकराचार्य ने भगवान गणेश की महिमा का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने गणेश जी के विभिन्न अवतारों की कथा सुनाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। कथावाचक ने कहा कि गणेश पुराण श्रवण मात्र से ही मनुष्य के पाप क्षीण होते हैं और आत्मा मोक्ष की ओर अग्रसर होती है। उन्होंने समझाया कि गणपति बीज मंत्र का नियमित जप करने से मनुष्य के जीवन से काम, क्रोध, मोह, लोभ, मद और मत्सर जैसे विकार नष्ट होते हैं तथा मन निर्मल होकर ईश्वर की भक्ति में लग जाता है।
कथा के दौरान उन्होंने अनेक दृष्टांत प्रस्तुत कर श्रोताओं को प्रेरित किया। समापन क्षणों में उन्होंने स्पष्ट कहा कि गणेश पुराण कथा श्रवण से आध्यात्मिक उन्नति के साथ मोक्ष की प्राप्ति संभव है। कथा के उपरांत सामूहिक आरती हुई और श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया।
इस अवसर पर महिलाओं ने मंगल गीत प्रस्तुत कर विघ्नहर्ता गणेश को प्रसन्न किया और वातावरण को और अधिक भक्तिमय बना दिया। मुख्य श्रवण कर्ता इंद्रावती देवी एवं वीरपाल सिंह ने भगवान गणेश और कथा व्यास का पूजन व माल्यार्पण किया।
आयोजन कर्ता पूर्व प्रधान लाल पुष्पराज सिंह ने पंडाल में मौजूद सभी श्रद्धालुओं के प्रति आभार जताया। कार्यक्रम में पूर्व प्रमुख विजय राज सिंह, हरदीप सिंह, कृष्णदेव सिंह, कपिल देव सिंह, जय सिंह पटेल, धर्मराज द्विवेदी, विशम्भर नाथ द्विवेदी सहित बड़ी संख्या में महिला-पुरुष श्रद्धालु उपस्थित रहे और कथा का रसपान कर पुण्य के भागी बने।
