सब्जी मंडी में पीली गोभी शौकीनों के बीच बनी चर्चा का विषय,इम्यूनिटी बूस्टर है पीली गोभी

प्रयागराज गौरव।जसरा ब्लाक के किसान जहां सब्जी की खेती में अव्वल हैं, वहीं एक किसान पीली फूलगोभी की खेती कर जीवन सवार रहा हैं। यही नहीं किसान ने पिछले तूर में लाल भिंडी लाल की थी और अब पीला शिमला मिर्च और पीली फूलगोभी की खेती कर अपनी आर्थिक स्थिति में भी सुधार ला रहा है। किसान का यह जज्बा देख लोगों के लिए एक नजीर बन रहा है।
यमुनापार के जसरा ब्लाक के बंबुरी बसहरा गांव के किसान जगत बहादुर सिंह ने अपने खेत में कुछ ऐसा किया जो अमूमन देखने को नहीं मिलता है।आमतौर पर सफेद फूलगोभी ही बाजार में बिकते दिखाई देती है। किन्तु जगत बहादुर सिंह ने अपने खेत में पीले रंग की फूल गोभी पैदा कर लोगों को चौंका दिया है। किसान ने बताया कि इस गोभी में किसी भी तरह का बाहरी कलर इस्तेमाल नहीं किया गया है। यह प्राकृतिक रंग है। किसान जगत बहादुर ने इसे जैविक खेती के जरिए तैयार किया है। खास बात यह है कि इस पीली फूलगोभी की कीमत भी 40 से 50 की बीच मिलती है जो आम फूल गोभी से अधिक अच्छी कमाई का जरिया है।जगत बहादुर सिंह ने बताया कि वह कृषि विभाग की जागरूक किसान हैं वे दिल्ली से रंगीन भिंडी, शिमला मिर्च और पीली फूल गोभी के बीज लाकर मेहनत से पैदा करते हैं और अपने ही खेत में धीरे-धीरे इस कैश क्राफ्ट से मुनाफा कमा रहे हैं।उन्हें खेती में तरह-तरह के प्रयोग करने का भी शौक है।
पीली फूलगोभी बनी चर्चा का विषय-
शुक्रवार को बंबुरी बसहरा गांव के किसान जगत बहादुर सिंह जब पीली फूलगोभी लेकर जसरा सब्जी मंडी आए तो उनके फूलों को देखकर खरीदारों के भीड़ लग गई। पूरी गोभी40 से 50 रुपए के बीच बिक गई। उन्होंने बताया कि वे हर तीसरे दिन गोभी खेत मंडी लाकर बेचते हैं।अगर जनवरी माह तक उनके खेत की पीली फूलगोभी निकली तो अच्छा मुनाफा मिलने की उम्मीद रहेगी।
रोग प्रतिरोधक क्षमता से भरपूर है यह पीली फूल गोभी
इस बारे में आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ जीएस तोमर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह पीली फूलगोभी प्रोटीन से भरपूर होती है साथ ही फॉस्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक जैसे पोषक तत्व भी इसमें होते हैं। यह बुजुर्गों के लिए बेहद इम्यूनिटी बूस्टर मानी है।